// Live News Data http://api.mediastack.com/v1/news ? access_key = 712c0fbfd5bc69a5eb4f4bf39241704b // optional parameters: & sources = cnn,bbc & categories = business,sports & countries = us,au & languages = en,-de & keywords = virus,-corona & sort = published_desc & offset = 0 & limit = 100
BLANTERWISDOM101

वह आंखें जगमगाती है वह चेहरा जगमगाता है नात शरीफ़ - असद इक़बाल

Tuesday, 4 July 2023
आंखें जगमगाती है वो चेहरा जगमगाता है
 आंखें जगमगाती है वो चेहरा जगमगाता है

वो आंखें जगमगाती है वो चेहरा जगमगाता है
नबी के इश्क़ से जिसका भी सीना जगमगाता है।

पहुंच कर चांद पे कहना पड़ा साइंस दानों को
मेरे सरकार का शहर है मदीना जगमगाता है।

सितारे आसमां के शर्म से मुंह को छुपाते हैं
रुख़े सरकार पर जिस दम पसीना जगमगाता है।

मेरे ताजुश्शरिया जिस इलाक़े में भी जाते हैं
क़सम अल्लाह के सारा इलाक़ा जगमगाता है।

हज़ारों पीर बैठे हैं मगर इन सारे पीरों में
अरे देखो मेरा ताजुश्शरिया जगमगाता है।

ज़मीन ए हिंद पर हैं एक से एक नात ख़्वां लेकिन
असद फ़ैज़े रज़ा से आज तन्हा मुस्कुराता है।

शायर: असद इक़बाल 
Share This :
Mushaahid Raza

मेरा नाम मुशाहिद रज़ा है और मैं इस ब्लॉग का संस्थापक हूं। इस ब्लॉग पर मैं नई नई हम्द,नात, मनक़बत लिरिक्स पोस्ट करता हूं, क्योंकि मुझे लोगों की हेल्प करना अच्छा लगता है।

0 comments

Website Application

अब आप हमारे एंड्राइड ऐप को डाउनलोड करके भी
हमारे पोस्ट पढ़ सकते हैं!